धोकादायक इमारत तोड़ने में भिवंडी मनपा प्रशासन कर रही है भेदभाव , मामला पहुंचा उच्च न्यायालय।

भिवंडी शहर।

शासन द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार धोकादायक इमारतों को निष्काषित किया जाए, दुरूस्ती की जाए तथा रहिवासियों का पुनर्वसन कराया जाए। इस संदर्भ में मनपा ने सैकड़ों इमारत को धोकादायक घोषित करके पूर्व कई वर्षों से नोटिस जारी करके केवल खानापूर्ति कर रही है।मनपा प्रशासन की निष्क्रियता के कारण शहर में गत कई वर्षों में अनेक धोकादायक इमारत ताश के पत्तों की तरह जमीनदोस्त हो चुकी है जिसमें दर्जनों रहिवासी व मासूम बच्चों की अकाल मृत्यु हो गई है तथा दर्जनों लोग विकलांग की तरह जीवन व्यतीत करने हेतु मजबूर हैं। इसी प्रकार चाविंद्रा गावं भिवंडी के सर्वे नंबर 93/1, तुकाराम नगर भिवंडी मनपा प्रभाग क्रमांक 1 अंतर्गत बैठी चाल है जिसमें 44 कुटुंब सपरिवार पूर्व 1969 से कायमस्वरूपी रहते हैं जिसे मनपा प्रशासन ने अतिधोकदायक घोषित करते हुए नोटिस जारी किया है परंतु मनपा प्रशासन द्वारा उक्त बैठी चाल पर नोटिस के अलावा अन्य किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिसके उपरांत बैठी चाल के रहिवासियों ने इंजीनियर मधुसुदन माइकल द्वारा  स्ट्रक्चर अॉडिट कराया है जिसकी रिपोर्ट के अनुसार किराएदार एक वर्ष के भीतर इमारत की रिपेयरिंग कराकर उसमें रह  सकते हैं परंतु मनपा द्वारा इन्हें रिपेयरिंग परमीशन नहीं दिया जा रहा है।इसकी अपेक्षा मकान मालिक एकनाथ तुकाराम पाटिल, निलेश एकनाथ पाटिल, सुदाम मनोहर पाटिल द्वारा इंजीनियर विशाल पाटिल द्वारा स्ट्रक्चर अॉडिट कराकर मनपा प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है। जबकि सभी किराएदार रिपेयरिंग व डेवलपमेंट के लिए तैयार हैं लेकिन मकान मालिक एकनाथ तुकाराम पाटिल, निलेश एकनाथ पाटिल व सुदाम मनोहर पाटिल आपत्ति जताते हुए कडा विरोध कर रहे हैं। वहीं पर सभी किराएदारों को चाल परिसर में वाहन पार्किंग हेतु मना करके मुख्य द्वार भी बंद कर दिया गया है। जिसकारण चाल निवासी अपने वाहनों को चाल परिसर से बाहर वाहन पार्किंग करने पर मजबूर हैं, वहीं पर चाल मालिक द्वारा चाल परिसर में केले का पत्ता, घास लाकर खाली करवाया जाता है जिसके सडन व दुर्गंध से रहिवासियों का जीना दूभर हो गया है जिससे चाल परिसर में रहने वाले लोगों के आरोग्य का धोका  है। इसी प्रकार  यहां के रहिवासियों को शौच के लिए दूसरे वार्ड में मनपा द्वारा बनाए गए शौचालय में जाना पडता है, इसी रास्ते में हनुमान मंदिर है जहां असामाजिक तत्व जमा होकर दारू का सेवन करते हैं और धींगा मस्ती करते हुए आने जाने वाली छात्राओं व महिलाओं के साथ छेड़छाड़ भी की जाती है, आश्चर्य की बात यह है कि हनुमान मंदिर के बगल में ही दक्षता बीयर शॉप है जहां पर शराबियों का हर समय जमावड़ा लगा रहता है। यदि समय पूर्व पुलिस प्रशासन व मनपा प्रशासन द्वारा उक्त समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो कभी-भी किसी समय किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित हो सकती है ? उल्लेखनीय है कि शासन के आदेशानुसार राज्य भर में धोकादायक इमारत की रिपेयरिंग अथवा डेवलपमेंट कराकर रहिवासियों का पुनर्वसन किया जाए परंतु भिवंडी मनपा प्रशासन इस संदर्भ में पूर्ण रूप से निष्क्रियता का परिचय देते हुए मूकदर्शक बनी हुई है, जिसकारण भिवंडी मनपा क्षेत्र के धोकादायक इमारतों में रहने वालों का भिवंडी मनपा के प्रति भारी आक्रोश है तथा मनपा प्रशासन के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के घर मालिक व विकासक के दरम्यान आर्थिक व्यवहार होने का आरोप भी है, और  किसी भी धोकादायक इमारत का आज तक रिपेयरिंग व डेवलपमेंट कराना भी उचित नहीं समझा और न ही किसी धोखा दायक इमारत में रहने वालों का पुनर्वसन किया गया है। जिसकारण लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर सपरिवार धोकादायक इमारत में रहने पर मजबूर हैं। मानव जैसे मनपा प्रशासन धोकादायक इमारत के ढहने की प्रतीक्षा कर रही है? परिणामस्वरूप दर्जनों इमारत ताश के पत्तों की तरह ढह चुकी है जिसमें कई लोगों की जान जा चुकी है तथा दर्जनों लोग विकलांग की तरह जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर हैं  । जो आज भी धोकादायक इमारत में रहने वालों के लिए एक गंभीर समस्या बनी हुई है। उक्त संदर्भ में चाल निवासी राजशेखर महादेव किट्द ने मा उच्च न्यायालय मुंबई में जनहित याचिका क्रमांक 11959/017 के अनुसार याचिका दाखिल किया है जो विचाराधीन है। 

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