मौत के मुंहाने पर भिवंडी शहर ! घोषित जर्जर इमारतें के रिपेरिंग परमीशन में भारी भष्ट्राचार, 1273 घोषित जर्जर इमारत में केवल 391 इमारतों पर कार्रवाई‌

भिवंडी।। भिवंडी शहर के प्रभाग समिति क्रमांक 03 अंर्तगत स्थित पटेल कंपाउंड में गत वर्ष हुए जिलानी बिल्डिंग हादसे में 49 लोगों की मौत हो गयी थी‌ और 25 लोग बिल्डिंग के मलबे से जख्मी हालात में निकाले गयें थे.इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए पुलिस जांच के दरमियान 03 मनपा कर्मचारी दोषी पाये गयें थें जिसके कारण नारपोली पुलिस ने तीनों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर मनपा कर्मचारियों को आरोपी बनाकर हवालात भेज दिया था। घटना के बाद भिवंडी मनपा प्रशासन ने महानगर पालिका सीमा अंर्तगत स्थित 30 वर्ष पूर्व बनी सभी इमारतों को जर्जर घोषित कर नागरिकों को इमारत खाली करने के लिए नोटिस जारी किया। इस प्रकार शहर में कुल 1273 इमारतों को चिह्नित कर जर्जर घोषित किया गया था किन्तु आश्चर्य की बात यह है कि अभी तक केवल 391 इमारतों पर कार्रवाई हो सकी है। 

प्रभाग स्तर पर केवल 391 जर्जर इमारतों पर कार्रवाई:

मनपा से मिली जानकारी के अनुसार प्रभाग समिति क्रमांक 01 में कुल 104 इमारतों को चिन्हित कर जर्जर घोषित किया गया है जिसमें केवल 02 इमारतें ही पूर्ण रुप से तोड़ा गया है इसके साथ ही 73 जर्जर इमारतों को मनुष्यविहीन करते हुए पानी व बिजली कनेक्शन खंडित किया। इसी तरह प्रभाग समिति क्रमांक 02 अंर्तगत घोषित 197 जर्जर इमारतों में से 06 पर तोड़क कारवाही की गयी तथा 34 जर्जर इमारतों के पानी व बिजली कनेक्शन खंडित किया गया। प्रभाग समिति क्रमांक 03 अंर्तगत घोषित 399 जर्जर इमारतों में से 23 इमारतें पर तोड़क कारवाही की गयी तथा 88 इमारतों के पानी व बिजली कनेक्शन खंडित किया। इसी तरह प्रभाग समिति क्रमांक 04 अंर्तगत घोषित 289 जर्जर इमारतों में से केवल 08 इमारतें पर मनपा प्रशासन का हाथैड़ा चला है वही पर 24 इमारतें मनुष्य विहीन करते हुए बिजली व पानी कनेक्शन खंडित किया और प्रभाग समिति क्रमांक 05 अंर्तगत घोषित 284 जर्जर इमारतों में से 10 पर कारवाई करते हुए 75 इमारतों के बिजली व पानी कनेक्शन खंडित किया है।

इमारत दुरुस्ती परमीशन बना भष्ट्राचार का जरिया !
भिवंडी मनपा प्रशासन ने प्रभाग स्तर पर इमारतों को चिन्हित कर जर्जर घोषित किया है.इस खेल में जमीन मालिक व बिल्डरों को फायदा पहुँचाने के लिये विवादास्पद तथा पगड़ी करार पर रहने वाले नागरिकों के मकान को जबरन खाली करवाने का गोरखधंधा मनपा कर्मचारियों द्वारा किये जाने से इनकार नहीं किया जा सकता.इसके साथ ही दुरुस्ती परमीशन के नाम पर मनपा कर्मियों ने इमारत मालिकों से मोठी रकम ली.सुत्रों की माने तो एक दुरुस्ती परमीशन देने के एवज में प्रत्येक इमारत के मालिकों से 10 हजार रुपये तक भष्ट्राचार किया गया। अभी तक पांचों प्रभाग समितियों में कुल 273 इमारत दुरुस्ती परमीशन दिया गया है जिसमें प्रभाग समिति क्रमांक 01 में 45 दुरुस्ती इमारत परमीशन,प्रभाग समिति क्रमांक 02 अंर्तगत 42 दुरुस्ती इमारत परमीशन, प्रभाग समिति क्रमांक 03 अंर्तगत 42 दुरुस्ती इमारत परमीशन, प्रभाग समिति क्रमांक 04 अंर्तगत 112 दुरुस्ती इमारत परमीशन और प्रभाग समिति क्रमांक 05 अंर्तगत 41 इमारतों का दुरुस्ती परमीशन का समावेश है। वही पर घोषित 1273 जर्जर इमारतों में से 379 इमारतों का इंजिनियरों से स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाकर संपत्ति धारकों द्वारा जमा किया गया है।

रिपोर्टर

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