8 दिन बाद भी मुख्य आरोपी को ढूंढ नहीं पाई पुलिस

अस्मिता आत्महत्या का मामला

मुंबई। दहेज की शिकार हुई अस्मिता मिश्रा आत्महत्या मामले में काशीमीरा पुलिस ने अभी तक मुख्य आरोपी अभय मिश्रा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस की उदासीनता पूर्ण रवैया को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इसी के साथ लोग अब काशीमीरा पुलिस की कार्यशैली  पर उंगली उठाने लगे हैं। काशीमीरा पुलिस इस मामले में शुरू से ढिलाई बरत रही है।

मोर्चा निकालने के बाद लिखी गयी एफआईआर

अस्मिता की आत्महत्या की घटना 24 फरवरी को हुई। 25 फरवरी को शव का पोस्टमार्टम किया गया। लेकिन 3 दिनों तक पुलिस एफआईआर लिखने में आनाकानी करती रही। जबकि मामला दर्ज करने के काफी सबूत थे। पुलिस ने इस मामले में तब एफआईआर दर्ज किया, जब सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, वकीलों, पत्रकारों एवं आम जनता ने काशीमीरा पुलिस थाने पर मोर्चा निकाला। 

सबूतों से छेड़छाड़ करने का अंदेशा

हालांकि पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहा है। यदि मुख्य आरोपी बाहर रहता है तो सबूतों से छेड़छाड़ कर सकता है। गिरफ्तार आरोपियों में से 4 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आत्महत्या के मामले की जांच कर रहे काशीमीरा पुलिस थाने के अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक विजय पवार का पत्रकारों के पूछने पर एक ही रटारटाया जवाब रहता है कि फरार अस्मिता का पति अभय मिश्रा जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा। लगभग ऐसा ही जवाब थाना प्रभारी कदम का भी रहता है। वे कहते हैं कि जब 5 आरोपी पकड़ लिए गए हैं तो मुख्य आरोपी को भी अरेस्ट कर लिया जाएगा। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर कुछ सोने के जेवरात बरामद किये हैं।

24 फरवरी को हुई थी घटना

ससुराल पक्ष के अनुसार 24 फरवरी को मीरा रोड के विजयनगर की न्यू पारिजात बिल्डिंग में अस्मिता मिश्रा ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। सवाल यह उठता है कि अस्मिता ने फांसी लगाई तो पुलिस और मायके वालों को सूचना दिए बिना अस्मिता के शव को वोकहार्ड अस्पताल कैसे ले जाया गया। यही नहीं, फांसी की घटना की वीडियो भी नहीं बनाई गई। इसी बात से आशंका को बल मिलता है। 

2021 में धूमधाम से हुई थी शादी

गौरतलब है कि मुम्बई के उपनगर मालाड निवासी अमर मिश्रा की बेटी अस्मिता की शादी नवंबर 2021 में मीरा रोड, विजय नगर के न्यू पारिजात इमारत निवासी मनीष मिश्रा के बेटे अभय मिश्रा के साथ धूमधाम से हुई थी. उन्होंने शादी में 15 लाख 51 हजार नकद तथा 17 लाख 35 हजार (कुल 32,86,600 ) रुपये थे। शादी के समय मनीष मिश्रा ने अपने बेटे को सिविल इंजीनियर तथा बिजनेसमैन बताया था, लेकिन शादी के बाद यह बात झूठी निकली। 

फ्लैट के लिए कर रहे थे टार्चर 

दर्ज एफआईआर में मृतका के पिता अमर मिश्रा ने कहा है कि आरोपी उनकी बेटी से दहेज में फ्लैट की मांग कर रहा था। मांग पूरी नहीं होने पर ससुराल वाले अलग-अलग कारणों से उनकी बेटी को शारीरिक एवं मानसिक यातनायें दे रहे थे। 

न्याय मिलने तक जारी रहेगी लड़ाई

डॉ अमर मिश्र का सीधा आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं है, बल्कि मेरी बेटी की हत्या की गई है। उनका कहना है कि मेरी बेटी इतनी कमजोर नहीं थी की वह आत्महत्या करे। वह आत्मनिर्भर थी। ऐसा कदम कैसे उठा सकती है। डॉक्टर मिश्रा का कहना है कि उनकी बच्ची को न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रखेंगे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट