
अवैध निर्माण पर प्रशासन की ढिलाई। शिकायत के बाद दर्ज हुआ मामला
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Dec 14, 2024
- 190 views
भिवंडी। भिवंडी मनपा क्षेत्र में अवैध निर्माण का एक और मामला सामने आया है, जहां नगर प्रशासन की कथित उदासीनता पर सवाल उठ रहे हैं। सहायक आयुक्त माणिक जाधव की पहल पर अंततः इस मामले में कार्रवाई हुई, लेकिन स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रशासन अक्सर इस प्रकार की अवैध गतिविधियों पर आंखें मूंदे रहता है। रावजी नगर के रहने वाले तय्यब असारी नागांव केच147/0. तोड़कर बिना अनुमति के अवैध इमारत का निर्माण कर रहे थे। जिसकी जानकारी मिलने पर पालिका प्रशासन ने नोटिस जारी किया था। किन्तु अंसारी ने प्रशासन की नोटिस का अवहेलना करते हुए इमारत का बांधकाम जारी रखा। इस इलाके के सहायक आयुक्त माणिक जाधव ने शांतिनगर पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराया है। जिसके बाद शांतिनगर पुलिस ने महाराष्ट्र प्रादेशिक व नगर रचना अधिनियम, 1966 की धारा 52 के तहत मामला दर्ज किया गया।
हालांकि,स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पालिका क्षेत्रों में इस तरह के अवैध निर्माण आम बात हो गई है। प्रशासन को समय रहते इन मामलों को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए, लेकिन अक्सर कार्रवाई तब होती है जब निर्माण पूरा हो चुका होता है या शिकायत दर्ज कराई जाती है।शहरवासियों का कहना है कि नगर प्रशासन की मिलीभगत के कारण अवैध निर्माणकर्ता बेखौफ होकर काम करते हैं। सहायक आयुक्त माणिक जाधव ने इस मामले में तत्परता दिखाई, लेकिन सवाल यह उठता है कि अन्य अवैध निर्माणों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। यह घटना एक बार फिर शहर के प्रशासनिक तंत्र पर सवाल खड़े करती है और अवैध निर्माण को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत को रेखांकित करती है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस प्रकार की गतिविधियों पर नकेल कसी जाए और शहर के विकास में पारदर्शिता लाई जाए।
रिपोर्टर