गुइलेन बैरी सिंड्रोम को लेकर घबराने की जरूरत नहीं, समय पर सरकारी अस्पताल में इलाज लें – प्रशासन

भिवंडी।  पुणे में गुइलेन बैरी सिंड्रोम (GBS) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और अब तक 100 से अधिक लोग इस बीमारी से प्रभावित पाए गए हैं। हालांकि, प्रशासन ने नागरिकों से घबराने की बजाय तुरंत सरकारी अस्पताल या मनपा के नागरी स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज कराने की अपील की है। पालिका आयुक्त अजय वैद्य और मनपा स्वास्थ्य विभाग ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि यह बीमारी मज्जातंत्रिका (नर्व्स) पर प्रभाव डालती है और आमतौर पर सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकती है। हालांकि, बहुत कम मामलों में यह गंभीर रूप लेती है। पीने के पानी की शुद्धता का विशेष ध्यान रखें ताकि संक्रमण से बचा जा सके। अफवाहों पर विश्वास न करें और नाहक डर का माहौल न बनाएं। अगर किसी को GBS से जुड़े लक्षण महसूस हों, तो तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। मनपा स्वास्थ्य विभाग ने आश्वासन दिया है कि आवश्यक सभी सावधानियां बरती जा रही हैं। साथ ही, किसी भी संदेह या लक्षण महसूस होने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी गई है।

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