भिवंडी मनपा में कचरा ठेके का बड़ा घोटाला

मनमाने टेंडर, गड़बड़ी और ठेकेदारों की मिलीभगत से जनता को भारी नुकसान

पूर्व आयुक्त अजय वैद्य व मैसर्स आर एंड बी. इंन्फ्रा कंपनी लिमिटेड पर फौजदारी गुनाह दर्ज करने की मांग

भिवंडी।  भिवंडी-निजामपुर शहर महानगरपालिका में कचरा प्रबंधन ठेके में बड़े घोटाले का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मनपा अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से कचरा संग्रहण और परिवहन में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार की आशंका जताई गई है। इस घोटाले का खुलासा परमेश्वर संपतराव अंभोरे नामक नागरिक ने मुख्य सचिव, महाराष्ट्र सरकार को भेजी गई शिकायत में किया है। शिकायत के अनुसार, मैसर्स आर एंड बी. इंन्फ्रा कंपनी लिमिटेड और अन्य उप-ठेकेदारों को नियमों के खिलाफ ठेका सौंपा गया और इसके तहत कचरा उठाने वाले वाहनों को एक रूपये भांडे लिया और ठेका रद्द होने के बाद सभी 23 आर.सी.डंपर, 50 घंटा गाडियां और जेसीबी वाहनों के पार्ट्स बिक्री कर दी। वही पर पालिका प्रशासन ने ठेकेदार को केवल नोटिस जारी किया है। अभी तक कोई भी पालिका के स्वामित्व वाले वाहनों को जब्त नहीं किया है। इस भष्ट्राचार में पालिका के आरोग्य व स्वच्छता विभाग के अधिकारियों सहित खुद आयुक्त अजय वैद्य की भूमिका संदिग्ध है मनपा के कुछ अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच मिलीभगत है, जिससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हुआ है। परमेश्वर संपतराव अंभोरे द्वारा की गई शिकायत के बाद यह मामला मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, नगर विकास सचिव और भिवंडी मनपा आयुक्त तक पहुंच गया है। भिवंडी की जनता अब इस घोटाले की पारदर्शी जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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