
छत का प्लास्टर गिरा, तीन जख्मी
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jul 09, 2025
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पिरानी पाडा हादसे ने खोली पालिका की आपातकालीन व्यवस्था की पोल
भिवंडी। भिवंडी- निजामपुर शहर महानगर पालिका के प्रभाग समिति क्रमांक दो में आने वाले पिरानी पाडा परिसर में आज सुबह एक गंभीर हादसा हुआ। नागांव 01, मकान नंबर 390/1, इस र्जजर एकमंजिला इमारत की छत का प्लास्टर अचानक भरभराकर गिर पड़ा,जिससे तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसमें दो महिला और एक बच्चा शामिल हैं। पीड़ितों के सिर, नाक और चेहरे पर गंभीर चोटें आई है और उनका इलाज स्वं.इंदिरा गांधी उप जिला अस्पताल में जारी है। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि यह इमारत पहले पावरलूम के लिए उपयोग की जाती थी, लेकिन इसके बंद होने के बाद मालिक ने लूम हटा कर कमरे बना दिए और भारी डिपॉजिट लेकर किराए पर चढ़ा दिए। पालिका प्रशासन ने इस इमारत को पहले ही जर्जर घोषित कर रखा है, बावजूद इसके लोग इसमें रहने को मजबूर हैं, क्योंकि मकान मालिक डिपॉजिट लौटाने को तैयार नहीं है। घटना की सूचना मिलते ही शांतिनगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विनायक गायकवाड़ और प्रभाग क्रमांक दो के सहायक आयुक्त माणिक जाधव ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायज़ा लिया। लेकिन इस हादसे ने भिवंडी महानगर पालिका की आपातकालीन व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। हैरानी की बात यह है कि पालिका प्रशासन ने हर प्रभाग समिति को दो वॉकी-टॉकी और मुख्यालय में एक आपातकालीन कंट्रोल रूम मुहैया कराया है। इन उपकरणों का मकसद ऐसी घटनाओं में त्वरित समन्वय और राहत कार्य सुनिश्चित करना है। बावजूद इसके, पिरानी पाडा की इस घटना की जानकारी आपातकालीन विभाग तक पहुंच ही नहीं पाई। जानकारों के मुताबिक, पालिका की आपातकालीन व्यवस्था में कोई सक्षम और जवाबदेह अधिकारी मौजूद नहीं है, जिसके चलते पूरी व्यवस्था बेकार साबित हो रही है। वॉकी-टॉकी सिर्फ दिखावे की वस्तु बन कर रह गई है। हादसे के बाद जब पत्रकारों ने आपातकालीन विभाग से संपर्क किया, तो उन्हें इस घटना की कोई जानकारी ही नहीं थी। सामाजिक कार्यकर्ता परमेश्वर अंभोरे की माने तो यह हादसा केवल एक इमारत के प्लास्टर के गिरने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महानगर पालिका की ढीली कार्यप्रणाली और आपात स्थितियों से निपटने की कमजोर तैयारियों का जीता-जागता उदाहरण भी है। यदि समय रहते इस व्यवस्था को सुदृढ़ नहीं किया गया, तो भविष्य में इससे भी बड़े हादसों को टालना मुश्किल हो जायेगा।
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