रुद्रा हॉस्पिटल के मालक व डॉक्टर पर फौजदारी का मामला दर्ज करने की मांग ।

जैविक घन कचरा प्रकरण : 

रुद्रा हॉस्पिटल के मालक व डॉक्टर पर फौजदारी का मामला दर्ज करने की मांग ।
सफाई कर्मियों के हाथों व पैरों में चुभती हैं सुईयां ।
 
भिवंडी । संवाददाता । भिवंडी‌ शहर में कुकुरमुत्तो की तरह प्राइवेट हॉस्पिटल खुलते जा रहे हैं। प्राइवेट हॉस्पिटलों पर अंकुश लगाने तथा शक्ति से आदेशों को लागू करवाने में मनपा प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। शहर के ९० प्रतिशत हॉस्पिटल अबैध रहिवासी इमारतों में होने के कारण मरीजों को हमेशा जान का खतरा बना रहता है। हॉस्पिटलों से निकलने वाला जैविक घन कचरा मनपा के कचरा कुड़ी में डालने के कारण आसपास क्षेत्रों में बदबू के साथ ही सुई , इंजेक्शन, कापुस, पाईप ,पैड,तथा मानव अंग के टुकड़े सड़कों पर बिखरे पड़े रहते है । इन्हीं कचरा कुड़ी में ‌कभी कभी नवजात शिशुओं के भूर्ण भी पाया जाता रहा है।
          इसी प्रकार की घटना धामणकर नाका भाजी मार्केट उडान ‌पुल‌ के पास स्थित रुद्रा हॉस्पिटल के डाँक्टरों द्वारा अंजाम दिया जा रहा था। हॉस्पिटल से निकलने वाला जैविक घन कचरा मनपा की कचरा कुड़ी में फेका दिया जाता है।  जिसमें मानव अंग के टुकड़े तथा नवजात शिशु का भुर्ण की सुचना मिलने पर शिकायतकर्ता ने हॉस्पिटल के नीचे रखा मनपा का कचरा कुड़ी बाक्स की तलाशी मनपा के प्राइवेट सफाई कर्मियों के साथ ली । कचरा कुड़ी में ‌सुई , इंजेक्शन ,खुन से लथपथ कापुस, पैड, पाईप , दवाइयों के खाली बोतल, आदि जैविक घन कचरा से भरा पड़ा था। मनपा के प्राइवेट सफाई कर्मचारी आदम उत्तम गवली ,राहुल,शिवाजी पाउलेस, युनुस , विनोद ने बताया कि प्रतिदिन हॉस्पिटल का कचरा मनपा के डंपर में डालकर फेंकते हैं। मनपा द्वारा हाथों में पहनने के लिए दस्ताने तथा पैरों में पहनने के लिए गमबूट नहीं दिये जाने के कारण काई बार हमारे हाथों तथा पैरों में सुईयां व इंजेक्शन चुंब जाता है। जिसके कारण पैरों तथा हाथों में सड़न पैदा हो जाती है। किन्तु हमारा काम नगर का कचरा साफ करना है। इस लिए जान जोखिम में डालकर हॉस्पिटल का जैविक कचरा भी साफ करना पड़ता है। शिकायतकर्ता ने कचरा कुड़ी तथा डंपर का विडियो तथा फोटो बनाकर  मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ,अतिरिक्त आयुक्त अशोक ‌रणंखाब ,तथा उपायुक्त (मुख्य) दिपक कोलेकर के वाट्शाप पर भेेजकर शिकायत दर्ज करवाई। किन्तु  हॉस्पिटल पर कोई प्रकार की कारवाई नहीं होने के कारण शिकायतकर्ता ने मनपा आयुक्त ,अतिरिक्त आयुक्त , मुख्य वैदकीय अधिकारी तथा सहायक आयुक्त प्रभाग समिति तीन को लिखित शिकायत पत्र देकर मांग की है कि रुद्रा हास्पिटल के मालक तथा डॉक्टर पर फौजदारी का मामला दर्ज करके हॉस्पिटल चलाने के लिए मनपा द्वारा दिया गया परवान रद्द किया जाये। जिसके कारण ऐसे कृत्य करने वाले हॉस्पिटलों को‌ सबक मिल सकें

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