अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को मिली सफलता

बोड़ा ,राजगढ़ ।।  थाना बोड़ा क्षेत्रांतर्गत ग्राम ढाबला में एक बड़ा ही वीभत्स हत्याकांड का मामला सामने आया था जिसने आस पास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी, मामला एक बुजुर्ग महिला की हत्या से जुड़ा हुआ था, हत्यारे ने बड़ी ही क्रूरतापूर्वक घटना को अंजाम दिया था, जिसने बुजुर्ग महिला को अकेली घर में पाकर ताक लगाकर उसे मौत के घाट उतार दिया और पैरों को काटकर चांदी के कड़े अपने साथ ले गया था।

प्रथम दृष्टया मामला चोरी का प्रतीत होने से सूचना मिलते ही मामले से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया जिसपर जिला पुलिस कप्तान श्री प्रदीप शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मामले की पतारसी के प्रयास करने हेतु विशेष निर्देश दिये गये साथ ही जिले से फोरेंसिक टीम एवं टेक्नीकल टीम को तत्काल मौके के लिये रवाना किया गया। 

दिनांक 20/05/2021 को थाना बोडा पर सूचना प्राप्त हुई की ग्राम ढाबला में किसी महिला का शव उसके घर में पड़ा हुआ है, सूचना पर विस्तृत जानकारी लेने पर उक्त शव की पहचान कसू बाई पति भागीरथ वर्मा के रूप में हुई, तत्काल थाना बोड़ा प्रभारी एवं उनकी टीम मौके पर पहुंची जिन्होेने मौके पर देखा तो महिला की लाश उसके घर पर पड़ी हुई एवं उसके दोनों पैर कटे हुए थे, प्रथम दृृष्ट्या मामला पैर काट कर हत्या करने एवं चांदी के कड़े चोरी करने संबंधी होना पाया गया, थाना प्रभारी बोडा अर्जुन सिंह मुजाल्दे द्वारा तत्काल वरिष्ठ अधिकारीगणों को मामले से अवगत कराया वहीं एफएसएल अधिकारी राजगढ डा. नीलेश निम्जे, डॉग स्कॉड प्रभारी राजगढ एवं फिंगर प्रिंट अधिकारी राजगढ भी तत्काल ही मौके पर पहुंच गये एवं मामले की छानबीन की जा रही थी, उक्त महिला की लाश करीब 03 दिन पुरानी प्रतीत होने से आस पास कोई खास साक्ष्य नहीं मिल पा रहे थे। 

जिला पुलिस कप्तान द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मनकामना प्रसाद एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी नरसिंहगढ़ श्री भारतेन्दु शर्मा के मार्गदर्षन में थाना प्रभारी बोड़ा अर्जुन सिंह मुजाल्दे के नेतृत्व में तत्काल एक टीम गठित कर टीम को मामले की तह तक पहुचनें के लिये शीघ्र कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही टेक्नीकल टीम को हर संभव साक्ष्य जुटाकर अपराधी की तलाष में सहयोग के निर्देष दिये गये। घटना स्थल पर मृतका कसू भाई पति भागीरथ वर्मा उम्र 75 साल निवासी ग्राम ढाबला की लाश के दोनों पैर कटे हुए घर में पड़ी हुई मिली, महिला का चेहरा खून से लथपथ था, शव दो-तीन दिन पुरानी होने से निशानों का पता करना भी मुश्किल हो रहा था, पुलिस द्वारा परिजनों एवं आस पास के लोगों से पूछताछ की तो परिजनों द्वारा प्रथम दृष्टया किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मृतका की मृत्यु कारित करना बताया। मामला हत्या का प्रतीत होने से थाना बोड़ा में अपराध क्रमांक 126/21 धारा 302, 397, 450 भा द वि के तहत पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया। 

चुंकि मामला बुजुर्ग महिला की मृत्यु से जुड़ा था तो जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा आरोपी की पतारसी के लिये उस पर 10 हजार का ईनाम भी घोषित किया गया था वहीं मामले की पतारसी हेतु टीम बनाकर अज्ञात आरोपी की तलाश के भरसक प्रयास जारी थे वहीं संदेहियों से पूछताछ भी की जा रही थी परन्तु मामले में कोई सुराग हासिल नहीं हो पा रहा था तभी थाना प्रभारी बोड़ा एवं उनकी टीम द्वारा मुखबिरों को काम पर लगाया गया। 

 तकनीकी साक्ष्य एवं परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर मृतका कसू बाई के आरोपी की तलाश के दौरान ही दिनांक 25/05/2021 को थाना प्रभारी श्री अर्जुन सिंह मुजाल्दे को अपने विश्वसनीय मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई की कसू बाई की हत्या करने वाला व्यक्ति ढाबला पुलिया के पास वाले प्रतीक्षालय मैं कहीं जाने के लिए बैठा है मुखबिर की सूचना पर विश्वास कर तत्काल ही मुखबिर द्वारा बताए स्थान पर पहुंचे तो पुलिस द्वारा उक्त स्थान पर बैठे व्यक्ति से पास पहुंचने पर ही टीम को देख कर उक्त व्यक्ति भागने लगा, जिस कारण पुलिस ने संदेही को तत्काल घेराबंदी कर पकड़ लिया, भागने का कारण पूछने पर उसने बताया कि वह डर गया था संदेह गहराने पर उससे नाम पता पूछा जिसने अपना नाम सुरेश पिता राजाराम वर्मा उम्र 23 साल निवासी ग्राम डाबला का रहना बताया, घटना के बारे में पूछताछ करने पर पहले तो संदेही ने पुलिस टीम को काफी छकाया पर आखिरकार पुलिस टीम की पूछताछ के आगे वह टूट गया और अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। 

आरोपी सुरेश ने बताया कि घटना के करीब 15 दिन पहले कसू बाई ने मुझ पर गेहूं चोरी करने का आरोप लगा दिया था और पूरे गांव वालों के सामने मुझे बदनाम कर दिया था, वह गांव के लोगों से बोलती फिर रही थी की यह लड़का चोर है, तभी से कसू बाई मेरी आंखों में खटक रही थी, फिर कुछ दिन तक मैंने उसके बारे में पता किया फिर एक दिन उसके घरवाले शादी में गये हुए थे तो मैंने मौका पाकर दराते से उसकी हत्या कर दी और कसू बाई के पैर काटकर उसके चांदी के कड़े ले दिया उसने दराता अपने घर की टांड पर छुपा दिया था तथा घटना के वक्त पहने हुए चांदी के कड़े मानसिंह पिता भैरो सिंह राजपूत निवासी गुराडिया को ₹20000 में गिरवी रखना बताया। 

आरोपी के बताए अनुसार टीम ने देर न करते हुए मेमोरेण्डम के आधार पर आरोपी को हमराह लेकर  रवाना होकर उसके घर पर गए आरोपी द्वारा अपने घर के अंदर से एक लोहे का दराता धार दार खून आलूदा लगा तथा घटना वक़्त पहने कपड़े पेश किये जिन्हें समक्ष पंचान विधिवत जप्त किया गया आरोपीगणों के कब्जे से घटना में उपयोग किये गये आलाजरर एवं चांदी के कड़े 450 ग्राम कीमती ₹45000 के जप्त कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिन्हें जल्द ही माननीय न्यायालय के समक्ष पेष किया जाएगा ।

उपरोक्त अंधे कत्ल की गुत्थी को जल्द से जल्द सुलझाने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मनकामना प्रसाद, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी श्री भारतेन्दु शर्मा के मार्गदर्षन में निरीक्षक अर्जुन सिंह मुजाल्दे, उप निरीक्षक धर्मवीर पलैया, प्रधान आरक्षक 37 राम सिंह, प्रधान आरक्षक 698 लाखन सिंह, प्रधान आरक्षक  211 रामखेलावन जाट,  आरक्षक  382 वीरेंद्र रावत, आरक्षक 284 प्रवीण, आरक्षक 829 पंकज, आरक्षक 250 नितेश, आरक्षक 685 धर्मवीर थाना बोड़ा, आरक्षक 458 दीपक यादव, आरक्षक 783 लोकेश, प्र आर 126 कुलदीप, आर 640 राममिलन, 26 बटालियन राजगढ़,  साइबर सेल से आरक्षक शशांक सिंह यादव व रवि कुशवाह का विषेश योगदान रहा।

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