रिहाइशी इलाकों के चारों ओर मोदी ड्राइंग कंपनी उगल रही है जहरीला धुंआ। अटक रही सांसे।

भिवंडी। भिवंडी शहर के अमीना कंपाउंड में संचालित मोदी ड्राइंग के चिमनी से निरंतर निकलते जहरीले धुंऐ से इलाकों में रहने वाले रहिवासियों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी है.ऐसे कंपनियों पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल विभाग छापेमारी कर कार्रवाई करती आ रही है.वहीं दूसरी ओर भिवंडी मनपा के पर्यावरण विभाग एवं प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों को निरंतर जहरीला धुआं उगल रही मोदी ड्राइंग कंपनी दिखाई नहीं दे रही है.इस कंपनी के पास हजारों रहिवासी बस्तियां है। इस गंभीर समस्या को देखते हुए स्थानीय निवासी व छत्रपति संभाजी ब्रिगेड के भिवंडी शहर उपाध्यक्ष जावेद खान ने मनपा आयुक्त सहित पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को लिखित रूप से शिकायत कर कंपनी बंद करवाने की मांग किया है। शिकायत पत्र के अनुसार मोदी ड्राइंग से निकलते धुएं और दूषित जल के कारण क्षेत्र में प्रदूषण की स्थिति अत्यंत विकराल रूप धारण कर चुकी है.कंपनी प्रबंधक द्वारा मनपा के छोटे नाले में कंपनी से निकलने वाला प्रदूषित पानी को छोड़ दिया जाता है.जिस कारण इस क्षेत्र का भूमिगत जल भी इस्तेमाल करने योग्य नहीं रह गया है.निवासियों की मानें तो पानी को थोड़ी देर ही रखने पर पानी का रंग हल्का लाल होने लगता है और बदबू आने लगती है। इस पानी का सेवन करने से शरीर में एलर्जी की भी शिकायत यहां के लोगों ने किया है।

शिकायतकर्ता की माने तो इस कंपनी के खिलाफ स्थानीय निवासियों ने प्रदूषण नियंत्रण मंडल कल्याण व सायन विभाग के साथ साथ भिवंडी मनपा के पर्यावरण विभाग में कार्यरत कर्मचारियों व अधिकारियों से कई बार शिकायत कर चुके है। किन्तु भिवंडी मनपा के पर्यावरण विभाग सहित प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारी कागजी कार्रवाई कर फाइल बंद कर देते है.जबकि मोदी ड्राइंग कंपनी अपनी चिमनी से जहरीला धुआं आज भी उगल रही है।                      शिकायतकर्ता जावेद खान का आरोप है कि मात्र कागजी खानापूर्ति के लिए धन बल का उपयोग करते हुए कंपनी के मालिक ने लगातार जल और वायु प्रदूषण में अग्रणी भूमिका निभाते रहा है। इसके साथ ही कंपनी में बार बार आगजनी होने से इमारत व चारदीवारी अत्यंत जर्जर अवस्था में है.वही पर चारदीवारी के पीछे रहिवासी बस्तियां है.मनपा प्रशासन ने कंपनी की इमारत व चारदीवारी को धोकादायक घोषित कर नोटिस भेजा है.यही नहीं कंपनी प्रबंधक ने बॉयलर में स्टीम बनाने के लिए कपड़े की चिंदी, पुराने टायर, प्लास्टिक व कागज़ जलाने से चिमनी से निरंतर काला धुंआ का गुब्बार निकलता है.चिमनी जर्जर होने के कारण जहरीला धुंआ रहिवासी परिसर में फैला जाता है.जिसके कारण रहिवासियों को सांस लेने में दिक्कत होती है. इस समस्या से परेशान स्थानीय निवासी जावेद खान ने कंपनी बंद करवाने की मांग किया है।

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